Monday, May 28, 2012

इबादत

दिल में ले कर फ़रियाद हम तेरी
राह पर निकल पड़े हैं खुदा की
दर पर उसके टेक के माथा
इबादत में मांगेंगे तेरी खुशियाँ
दुआ है अब तो ये मौला से
कि मान ले अब वो आरज़ू तेरी
बहुत जद्दोजहद की तुने जिंदगी में 
अब तो अमन की जिंदगी दे मौला तुझको

फ़रियाद तेरी इबादत बनकर
पहुंचा दूंगा आज में खुदा तक
गुज़ारिश करूँगा खुदा से 
झुक के सामने उसके दरबार में
कि खुशियाँ तुझे लौटा दे अब
ना देर करे वो अब 
तेरे चमन में आने दे वो बहार
ना होने दे तेरी तमन्नाओं को बेज़ार

बहुत हो चुकी रुसवा तू जिंदगी से
अब जिंदगी से हंस दो बातें कर
कि राह पर निकल पड़े हैं हम खुदा की
करेंगे दुआ उससे तेरी खुशियों की
टेक माथा करेंगे ये इबादत
की दे खुशियाँ ता उम्र तुझे ना दे और गम
दिल में ले कर फ़रियाद हम तेरी
राह पर निकल पड़े हैं खुदा की

1 comment:

Anonymous said...

shaily badalee ne navo navo likhe chhoro