Tuesday, December 18, 2012

Plea to Come Back

The tide of the time
wants to test the rhyme
the depth of the horizon
wants to bury me in the prison

I wonder how deep the roots go
I wonder how long it would dwell
The testing and the tryst with destiny
or should I say my lucks on mutiny

The way you turn your face away
I miss that walk and the sway
Why you have to do this to me
Without you there is no we

Please come back to stand the tide
Please help me rhyme the ride
Please help me fight the odds of horizon
Please don't leave me to this prison

I don't want the roots of fight go deeper
I don't want it to find that odd sleeper
I am done with the tryst of destiny 
I can't face my luck's mutiny

I love you the way you are
Please put away your sword of war
Your anger kills me to pieces
Please don't leave me to ashes

Please get over with your anger
Please put all woes on a hanger
Come back to me my love
I can't think of the day without you, my dove

खुराफात

दिन आज निकला है कुछ अजीब 
भूल सा गया हूँ मैं अपनी तहज़ीब 
दिल करता है कुछ ऐसा करूँ 
कि साथ तेरे कुछ खुराफात करूँ 

अपनी मशरूफियत में तू मुझे भुला ना दे 
आज मैं कुछ हरक़त ऐसी करूँ 
दिल में तेरे जज्बा मेरा बना रहे 
आज मैं खुराफात कुछ ऐसी करूँ 

ना जाने किस पल में आज तू चली 
जाने किस पल आयेगी तू मेरी गली 
पर है जिस पल तू साथ मेरे 
उस पल, दिल कहता है मैं खुराफात करूँ 

भूल दुनिया की हर तहजीब 
आज मैं खुराफात करूँ 
भुला दुनिया की हर रीत 
दिल करता है मैं खुराफात करूँ।।

Sunday, December 16, 2012

जीवन चितचोर

श्रृंगार कर जब तू आयी दुल्हन का 
धड़कन थम गई मेरे ह्रदय की 
लगा उस पल मानो थम गया था समय 
रुक गया था श्रिष्टी का भी चक्र 
लाल चुनर ओढ़े जो तुम खडी थी 
दर पर सिमटी शरमाई सी 
कोलाहल हुआ अंतर्मन में 
हर ओर सुना मैंने बस एक ही शोर 
रूपवती गुणवती खडी सामने मेरे 
यही है मेरी जीवन की चितचोर  
पल कुछ वो ऐसा गूँथ गया मन में 
कि ना भूल सकता हूँ मैं उसे कभी 
देखा था तुझे मैंने पहले भी कई बार 
पर पल था वो जब तू लगी जीवन की चितचोर।।


क्या यही है

तेरे नैनों की बोलियाँ
तेरे अधरों की अठखेलियाँ
नाम किसका लेती है 
कि करती हैं किसकी ये खोज

तेरे क़दमों की ये आहट 
तेरे ह्रदय की घबराहट 
नाम किसका लेती है 
कि क्यूँ ये तुझे तडपाती हैं 

क्या यही तपस्या है तेरी 
क्या यही है तेरी प्रेमअगन 
क्या यही है श्रोत तेरे अश्रुओं का 
क्या यही है अंत तेरे जीवन का??

My World - In your arms

From the time you entered my life
My world has been centered around you
When I venture out there
I feel I always need you
with me

With you gone away 
My world seems to have seized
It's the touch of love that I always miss
My world without you doesn't exist
It's the soft kiss that I always miss

How I wish
That You are always there for me
How I wish 
That You always hold my hand
To walk the steps of life

How I wish
You to be next to me till eternity
How I wish
You to be pampering me as my wife
To make me feel loved

With you around
My world is always full of love
For you are my one and only dove
With you around
I love living my life ...in your arms

Thursday, December 13, 2012

चिड़िया

चिड़िया जब तुम चहचहाती हो
मध्धम सुर में गाती हो
सुर तुम्हारे जीवन संगीत सुनाते हैं
कानों में प्रेम रस बरसाते हैं

चिड़िया जब तुम चहचहाती हो 
नील गगन में इठलाती हो
गीत मेरे गुनगुनाती हो
जीवन में प्रेम रस लाती हो

चिड़िया जब तुम चहचहाती हो 
ह्रदय में जीवन सितार बजाती हो
सुर तुम्हारे नीवन रस सुनाते हैं
नैन तुम्हारे प्रेम बरसाते हैं

चिड़िया जब तुम चहचहाती हो 
मध्धम सुर में गाती हो
जीवन में मधुर संगीत तुम भरती हो
नैनो से प्रेम रस बरसाती हो||


बात तुम्हारी

बात जब तुम्हारी आती है 
मुझे हर बात वो प्यारी लगती है 
नाराज़ भी गर तुम होती हो
मुझे फिर भी प्यारी तुम लगती हो
जाने अनजाने में हर वक़्त
तुम सिर्फ प्यार करना जानती हो
शर्मोहया के लिहाफ से भी तुम
सिर्फ प्यार का पैगाम भिजवाती हो
ज़िंदगी के हर पल हर लम्हे में 
अपनी पाक मोहब्बत दिखलाती हो
बात जब तुम्हारी आती है 
हर बात मुझे प्यारी वो लगती है
सज संवर कर जब तुम इठलाती हो
बहार-ऐ-चमन सी खिल जाती हो
बात जब तुम्हारी आती है 
मेरे दिल में बसर कर जाती है
इश्क-ऐ-महफ़िल हो तुम मेरी
जान-ऐ-वफ़ा बनती जाती हो
शर्मोहया के लिहाफ से भी तुम
सिर्फ प्यार का पैगाम भिजवाती हो||

तेरे आने से

तेरे आने से ये सहर महके
तेरे आने से मेरा घर महके
तेरे आने की खबर सुनकर
मेरी ज़िंदगी का हर पल महके
तेरे आने से आये ज़िंदगी में बहार
तेरे आने से ज़िंदगी गाये मेघ-मल्हार
तेरे आने से मेरा घर महके
तेरे आने से ये सहर महके
आये ज़िंदगी में रौनक और खुशियाँ
कि तेरे आने से झूमे ये बगिया
कि तेरे आने से ये घर महके
कि तेरे आने से मेरी रूह महके 
तेरे आने से सेहर महके
तेरे आने से मेरी रूह महके||

कुछ लोग

कुछ लोग जो खुद को खुदा मानते हैं
औरो को कुछ कम आंकते हैं
उन लोगों की क्या बात करें
जो धरती के सीने पर बोझ हैं
कहीं कुछ बोलते हैं कहीं हैं कुछ करते
सारी ज़िंदगी बस खुद की हैं सोचते
जानते नहीं क्या खुदा है 
खुद को खुदा मानते हैं
दुनिया में सबके आगे 
बस अपना ही गान गाते हैं 
सोचते हैं सच वही है 
जो केवल वो जानते हैं
ना जीना उनको आया कभी
ना मौत है उनकी चैन की
फिर भी जीते हैं कुछ ऐसे
जैसे खुदको खुदा मानते हैं
कुछ लोग जो खुद को खुदा मानते हैं
औरो को कुछ कम आंकते हैं
उन लोगों की क्या बात करें
जो खुद अपने पर ही बोझ हैं||

तुम

जीवन संध्या में मिली तुम 
कुछ ऐसी सिमटी शरमाई सी
कि छवि उतर गयी ह्रदय में
तुम्हारी सादगी की

कुछ ऐसी ज्वाला जली प्रेम की
कि ह्रदय में अम्बार लगा
तुम्हें जीवनसंगिनी बनाने को 
मन मेरा मचल उठा

छवि तेरी जो ह्रदय में बनी थी
उसका जब श्रृंगार हुआ
सात फेरों के बंधन में बाँध तुम्हें
घर मैं अपने लाया 

कदम जो पड़े तुम्हारे इस घर में
इस घर का भी श्रृंगार हुआ
सूना था जो हर कोना
आने से तुम्हारे स्वर्ग हुआ

जीवनसंगिनी बन तुम अब
संग रहना सदा ही मेरे
खुशियों की जो बेला लाई हो संग
उनसे यह घर सजाए रखना|| 

Your Eyes

The spirit that dwells in your eyes
The twinkle and the aura 
Emanate the only message 
The message of your love

When you look at me
I see the spark in your eyes
The spark of love
That ignites my life

I feel blessed to have you
For your eyes emanate the feel
The feel that travel through
To set deep in my heart