यदि कहीं ज्ञान बँट रहा है
तो तू ज्ञान बंटोर ले
यदि कोई ज्ञान बिखेर रहा है
तो तू ज्ञान बंटोर ले
ज्ञानवर्धन कोई क्रीड़ा नहीं
वर्षों की तपस्या है
ज्ञान से तू समृद्ध होगा
ज्ञान से तू बलवान होगा
ज्ञान का कोई प्रदर्शन नहीं होता
कहीं बंटता है तो कोई पाता है
ज्ञान कभी ख़त्म नहीं होता खोता नहीं
ज्ञान केवल बदलता है अपना स्वरुप
कभी कोई ज्ञान प्रदर्शित नहीं करता
यह एक नकारात्मक सोच है
न ग्रसित हो इस हीं भाव से कभी
बस तू उस ज्ञान को बंटोर ले
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