Thursday, March 28, 2013

ख्वाबों की परी

चलो जो दो कदम साथ मेरे
तुम्हारे साथ से प्यार हो जाए
थामो जो प्यार से हाथ मेरा
तो अपने ही हाथ से प्यार हो जाए
रात को जो आओ ख्वाबों में
तो उस रात से हमें प्यार हो जाए
जिस बात में आये ज़िक्र तुम्हारा
तो उस बात से प्यार हो जाए
क्या कहें हम तुमसे जान-ऐ-मन 
कि हमें तुमसे हर पल प्यार हो जाए
तुम बन अप्सरा ज़िंदगी में आयी हो
एहसास प्यार का हमें दिला गयी हो
अब सिर्फ तुम हो हमारी ज़िंदगी
करनी है अब सिर्फ तुम्हारी बंदगी

No comments: