ज़िन्दगी से जो मिला वो गम ना थे
कुछ गर वो थे तो लम्हों के तज़ुर्बे
सीने से लगाया जिन्हें वो गम ना थे
कुछ गर वो थे तो तमन्नाओं के जनाजे
तसव्वुर से थे वो लम्हे हमारे
जिन्हें हमने बुना था तमन्नाओं के सहारे
तजुर्बों ने हमको दिखाई ऐसी असलियत
कि गमों से लगा ज़िन्दगी का हर सबक
ज़िन्दगी ने कुछ दिया गर हमको
था वही एक सबक गम समझे जिसको
गले से गर कभी लगाना है कुछ भी
तो समझो पहले ज़िन्दगी के फलसफे को
ज़िन्दगी से जो मिला वो गम ना थे
कुछ गर वो थे तो लम्हों के तज़ुर्बे
सीने से लगाया जिन्हें वो गम ना थे
कुछ गर वो थे तो तमन्नाओं के जनाजे
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