Monday, May 30, 2011

पथ्थर

टूटना तो आइने की किस्मत है
आपकी खूबसूरती कि ये एक खिदमत है
सोचता हूँ इस मोड पर आकर
क्यूँ ना आपसे ये सवाल करूँ
कि कहीं किसी मुकाम पर
क्या कभी किसी पथ्थर को तराशा है
यूँ देखिये कि शीशे की मूरत नहीं बनती
पथ्थर तराश इंसान इबादत करते हैं

2 comments:

Freddie said...

Is destined to break the mirror
Your beauty is that it's a Akhidmat
Come to think this mode
Why do not you question it
Whether a stage
Has anyone ever Rock the Tarasho
Look just like the mirror image does not work
Rock carving person to worship

Mayank said...

Wah Fred Da Wah