Thursday, March 16, 2017

हर हर हर महादेव

ॐ हर हर हर महादेवाए नमः 
ॐ प्रभु अव्यग्राय नमः 
हरि हर अव्यक्ताय नमः 
ॐ हरि हरि हरि ॐ शिवाय नमः 

तू आदि है तू ही अंत है 
तू ही मूरत तू ही लिंग है 
तुझसे ही जग है
तुझमें ही जग है

विनाशक है तू रचयिता भी तू
मानव के मश्तिष्क से
दानव के अंतर्मन में
बसा है केवल तेरा ही नाम

ॐ हर हर हर महादेवाए नमः 
ॐ प्रभु अव्यग्राय नमः 
हरि हर अव्यक्ताय नमः 
ॐ हरि हरि हरि ॐ शिवाय नमः





चैना

अजहुँ ना आये चैना, काहे बीती ये रैना
बलम मोरे कहाँ खोये, सूनी बीती ये रैना 
बोले पपीहरा, नाचे मयूर, कैसे बिताऊं मैं रैना
हाय सुनी सुनी बिताऊं मैं कैसे ये रैना